एक "मर्द से ही सिखा है मैने.. अकेले मे रोने का हूनर..!!
Once my father said ...
ये मेरी घर की "सबसे छोटी बेटी..
एक दिन घर की" सबसे बड़ी बन जायेगी..!!!
और आज
जिम्मेदारियां वक्त से पहले जगा देती है...
अपने लिए कम और अपनो के लिए जीना सिखा देती है...
सब ठीक है...!!!
खुद को ही बोलकर एक धोखे में रखना पड़ता है..!!!
खामोशियों में...
ये मेरी घर की "सबसे छोटी बेटी..
एक दिन घर की" सबसे बड़ी बन जायेगी..!!!
और आज
जिम्मेदारियां वक्त से पहले जगा देती है...
अपने लिए कम और अपनो के लिए जीना सिखा देती है...
सब ठीक है...!!!
खुद को ही बोलकर एक धोखे में रखना पड़ता है..!!!
खामोशियों में...