मेरी सच्ची कहानी🤗 (दसवीं वाला प्यार Included) 😍😂
तो जैसा कि आप लोग जानते ही होंगे की 10th में सबको पर लग जाते हैं (प्यार की हवा)
मेरी भी कहानी कुछ ऐसी ही है तो चलिए शुरू करते हैं। पहली कक्षा से। जब मे सबसे पहले स्कूल में गया तो मुझे कुछ पता नहीं था स्कूल क्या होता है क्यों होता है , घर वालों ने जबरदस्ती स्कूल छोड़ दिया
तब मुझे लगा कि स्कूल नर्क है।
coming up story (tomorrow) 👉आत्मा निर्भर भारत में हमारा योगदान
उसके बाद दो-तीन दिनों के बाद मैं स्कूल के बच्चों के साथ खेलता तो अब मुझे स्कूल अच्छा लगने लगा था। हां लेकिन जब कभी स्कूल में मार चलती तो फिर मैं सोचता कि स्कूल नर्क है। खैर उसके बाद कुछ जब मैं दूसरी कक्षा में पहुंचा तो स्कूल की कुछ बड़ी-बड़ी लड़कियां मुझे छेड़ा करती थी।
पहले दिन भी मैंसह गया दूसरे दिन सह गया लेकिन तीसरे दिन मैं अपने साथ ब्लेड लेकर चला गया लड़कियां फिर भी पीछे नही हटी फिर भी चिढ़ती ही रहीं अब मैं छोटा सा था तो मेरे से उन्हें क्या ही फर्क पड़ता है मैं कितने भी ब्लेड घुमा देता
फिर जब मैं कुछ चौथी कक्षा में पहुंचा तो फिर उन्होंने मुझे छेड़ना बंद कर दिया क्योंकि अब वह लड़कियां स्कूल छोड़कर चली ही गई थी। फिर जब मैं पांचवी में पहुंचा तो हमारे...
मेरी भी कहानी कुछ ऐसी ही है तो चलिए शुरू करते हैं। पहली कक्षा से। जब मे सबसे पहले स्कूल में गया तो मुझे कुछ पता नहीं था स्कूल क्या होता है क्यों होता है , घर वालों ने जबरदस्ती स्कूल छोड़ दिया
तब मुझे लगा कि स्कूल नर्क है।
coming up story (tomorrow) 👉आत्मा निर्भर भारत में हमारा योगदान
उसके बाद दो-तीन दिनों के बाद मैं स्कूल के बच्चों के साथ खेलता तो अब मुझे स्कूल अच्छा लगने लगा था। हां लेकिन जब कभी स्कूल में मार चलती तो फिर मैं सोचता कि स्कूल नर्क है। खैर उसके बाद कुछ जब मैं दूसरी कक्षा में पहुंचा तो स्कूल की कुछ बड़ी-बड़ी लड़कियां मुझे छेड़ा करती थी।
पहले दिन भी मैंसह गया दूसरे दिन सह गया लेकिन तीसरे दिन मैं अपने साथ ब्लेड लेकर चला गया लड़कियां फिर भी पीछे नही हटी फिर भी चिढ़ती ही रहीं अब मैं छोटा सा था तो मेरे से उन्हें क्या ही फर्क पड़ता है मैं कितने भी ब्लेड घुमा देता
फिर जब मैं कुछ चौथी कक्षा में पहुंचा तो फिर उन्होंने मुझे छेड़ना बंद कर दिया क्योंकि अब वह लड़कियां स्कूल छोड़कर चली ही गई थी। फिर जब मैं पांचवी में पहुंचा तो हमारे...