...

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Ishq Shayari
मलाल तो बस इतना सा है,
की तेरे बिन इक साल फिर बीत जाएगा,
जो तुझे ना आया मेरा ख़्याल,
तो मेरी आशिक़ी पर भी सवाल लग जाएगा।

मुराद है तुझसे मिलने की,
फरियाद है तुझ संग चलने की,
यू तो है सफर लंबा मगर,
हमें भी ज़िद है, तेरे ही इश्क़ में मरने की।

इश्क़ में अब क्या नफा क्या नुकसान देखूंगा,
जिसे चाहा हमने हर दफा,
उस ही की वफ़ा या जफ़ा देखूंगा।

जबसे उनके हाथों में गुलाब देखा है,
दिल ने फिर एक ख़्वाब देखा है,
कहते है किसी ने तेरे चेहरे पर नकाब देखा है,
पर हमने भी इश्क़ का हिसाब देखा है,
बदलती तकदीरों में बेवफाई का जवाब देखा है।

इश्क़ होगा तुमसे
पर नुमाइश ना हो पाएगी,
तक़दीर की इस कश्मकश में,
बस यह फ़रमाइश ना हो पाएगी।
चाहते तो हम भी तुझको है,
पर इस टूटे दिल की अब और
आज़माइश ना हो पाएगी।


©Sandeep Sethi