सफेद बाल
साल-दो साल पहले तक जब एक-आध सफेद बाल उग आया तो झट से इसे तोड़ा, पर आज जब खुद को आईने में देखा तो जाना, अब जब ये पांच -सात हो चुके तो इन्हें तोड़ने का कतई मन नहीं हुआ, और न ही छिपाने का। दरअसल ये निशां है, कि उम्र और अनुभव दोनों बढ़ रहे है । चांदी से चमकते, दिखने में भी भला कहां बुरे लगते हैं, मुझे तो ये अमावस में चांदनी की किरणें-सी प्रतीत होती है, तुम कहो क्या सोचते हो इस बारे में ?
🗓️ April, 2023✍️
© All Rights Reserved
..
..साल-दो साल पहले तक जब एक-आध सफेद बाल उग आया तो झट से इसे तोड़ा, पर आज जब खुद को आईने में देखा तो जाना, अब जब ये पांच -सात हो चुके तो इन्हें तोड़ने का कतई मन नहीं हुआ, और न ही छिपाने का। दरअसल ये निशां है, कि उम्र और अनुभव दोनों बढ़ रहे है । चांदी से चमकते, दिखने में भी भला कहां बुरे लगते हैं, मुझे तो ये अमावस में चांदनी की किरणें-सी प्रतीत होती है, तुम कहो क्या सोचते हो इस बारे में ?
🗓️ April, 2023✍️
© All Rights Reserved
🗓️ April, 2023✍️
© All Rights Reserved
..
..साल-दो साल पहले तक जब एक-आध सफेद बाल उग आया तो झट से इसे तोड़ा, पर आज जब खुद को आईने में देखा तो जाना, अब जब ये पांच -सात हो चुके तो इन्हें तोड़ने का कतई मन नहीं हुआ, और न ही छिपाने का। दरअसल ये निशां है, कि उम्र और अनुभव दोनों बढ़ रहे है । चांदी से चमकते, दिखने में भी भला कहां बुरे लगते हैं, मुझे तो ये अमावस में चांदनी की किरणें-सी प्रतीत होती है, तुम कहो क्या सोचते हो इस बारे में ?
🗓️ April, 2023✍️
© All Rights Reserved