सोच का दायरा देखिये जनाब,( मर्दानी ,क्रांतिकारी सोंच )
अगर सब घर वालों की इच्छा हो कि लड़की की शादी अमुक व्यक्ति, अमुक जगह पर कर दी जाए ,लेकिन लड़की का मन न हो,
फिर भी वह अपने घर वालों की निर्रथक इच्छाओं का भी मान रखते हुए स्वयं के जीवन को ,किसी ऐसे व्यक्ति के साथ झोंक दे ,जहाँ / जिसे वह स्वयं किसी भी तरह से स्वीकार नहीं कर पायेगी ,
तो वह लड़की संस्कारी है, घरवालों की बात मानने वाली है, बहोत समझदार है ,सबको अपना समझती है, किसी का कहना नहीं टालती है ,
कुछ ऐसी...