सब का स्वभाव अलग होता है ॥
एक संत व्यक्ति थे। उनका हर कार्य लोगों की भलाई के लिये होता था। संत महात्मा बड़े शांत चित और ज्ञानी थे। वह कभी किसी भी प्राणी पर अत्याचार नही करते थे। एक प्रातःकाल वे अपने कुछ शिष्यों के साथ नदी पर भ्रमण करने गये। संत महात्मा जब नदी में स्नान करने के लिए उतरे और उन्होने अपने हाथ में जल लेकर अपने देवी देवताओ को तर्पण करने लगे। परन्तु जैसे ही जल हाथ में भरते उस के...