सुकून के कुछ पल
जीवन की इस आपा - धापी में , तनाव भरे माहौल में कुछ पल तो ऐसे हों जो आपके अपने हो,जो आपको सुकुन दे सकें। जो आपको अपने आप से मिला सके, जो फिर से जीवन को नव स्फुर्ति दें सके। जीवन में एक नई उमंग भर सके ।
और इसके लिए प्रकृति की सानिध्य में कुछ पल गुजारने से बेहतर शायद ही और कोई दूसरा विकल्प नजर में आता है। मानों मां प्रकृति की गोद में बैठ कर हम अपने सभी दुखों, तनावों को उनके साथ साझा कर फिर से तरोताजा हो जातें हैं।
मेरे घर के पास ही एक छोटा सा बगीचा ( Garden)है । छोटा है पर अच्छे रखरखाव की वजह से बहुत ही सुन्दर स्थिती में है। सुबह सबेरे यह बगीचा सुबह की सैर (morning walk), laughter club, व वरिष्ठ नागरिकों की बैठक का केंद्र होता है। हां कुछ लोग यहां रंग बिरंगे फूल भी चुनते हैं, हाथ में थैली लिए इतने शीघ्रता से फुल ढुढते है मानों यह...
और इसके लिए प्रकृति की सानिध्य में कुछ पल गुजारने से बेहतर शायद ही और कोई दूसरा विकल्प नजर में आता है। मानों मां प्रकृति की गोद में बैठ कर हम अपने सभी दुखों, तनावों को उनके साथ साझा कर फिर से तरोताजा हो जातें हैं।
मेरे घर के पास ही एक छोटा सा बगीचा ( Garden)है । छोटा है पर अच्छे रखरखाव की वजह से बहुत ही सुन्दर स्थिती में है। सुबह सबेरे यह बगीचा सुबह की सैर (morning walk), laughter club, व वरिष्ठ नागरिकों की बैठक का केंद्र होता है। हां कुछ लोग यहां रंग बिरंगे फूल भी चुनते हैं, हाथ में थैली लिए इतने शीघ्रता से फुल ढुढते है मानों यह...