सफर की खूबसूरत यादें
सफ़र पर जाना किसे पसंद नहीं होता? खासकर तब, जब मंज़िल आपकी पसंदीदा हो। घूमने-फिरने का मज़ा तब और बढ़ जाता है, जब हम अपनी मनपसंद जगहों पर होते हैं।
ज़िन्दगी की व्यस्तता के बीच जब कभी हमें खुद से मिलने का समय मिलता है, तब प्रकृति की गोद में जाकर हम उस सुकून और शांति को महसूस कर पाते हैं, जिसे हम हमेशा खोजते रहते हैं।
मुझे भी नई-नई जगहों पर घूमने का बहुत शौक है, खासकर वे स्थान, जहाँ का वातावरण शांत और मन को मोहने वाला हो।
पहाड़ों की ऊँची चोटियों पर फैली धुंध और सूरज की किरणें जब हरियाली को सोने जैसा दमकाने लगती हैं, तब मन अनायास ही उन रंगों में खो जाता है।
वहीं समुद्र किनारे लहरों का संगीत और सूर्यास्त...
ज़िन्दगी की व्यस्तता के बीच जब कभी हमें खुद से मिलने का समय मिलता है, तब प्रकृति की गोद में जाकर हम उस सुकून और शांति को महसूस कर पाते हैं, जिसे हम हमेशा खोजते रहते हैं।
मुझे भी नई-नई जगहों पर घूमने का बहुत शौक है, खासकर वे स्थान, जहाँ का वातावरण शांत और मन को मोहने वाला हो।
पहाड़ों की ऊँची चोटियों पर फैली धुंध और सूरज की किरणें जब हरियाली को सोने जैसा दमकाने लगती हैं, तब मन अनायास ही उन रंगों में खो जाता है।
वहीं समुद्र किनारे लहरों का संगीत और सूर्यास्त...