रूठा हुआ हूं
रूठा हुआ हूं यू की कोई मनाना नहीं चाहता भटका हुआ हूं यू की कोई राह दिखाना नहीं चाहता,दूर हुआ यूं कि बापिस आना नहीं चाहता दिन रात कोशिश करता हूं यू की हारना नहीं चाहता दिन भर भागता हूं यू की कोई काम छोड़ना नहीं चाहता
© @tul choudhary
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