...

13 views

माता - पिता कि आज्ञा
बाल्मीकि अभ्यारण में एक कठफोड़वा पक्षी अपने परिवार के साथ रहता था।इसमें उसके दो बच्चे और एक मादा संगिनी बड़े प्यार से रहा करते थे। नर और मादा का काम बारी- बारी जाकर दाना चुनना और अपने बच्चो के साथ पेट भरना तथा बरसात के मौसम के लिए भोजन एकत्र करना था। उसी वृक्ष के नीचे एक मोटा और कला सर्प रहा करता था।एक दिन उसे पता चला कि कठफोड़वा के बच्चे अब थोड़े बड़े हो गए है और उनके माता - पिता भी अब ज्यादातर भोजन के तलाश में बाहर ही रहा करते है तो क्यों ना कभी उनके बच्चो से दर्शन किया जाए और अपने भूखे पेट को तसल्ली दिया जाए।
हर रोज कि तरह एक दिन जब नर-...