"और......टूट गया ख़्वाब "
आसमान के नीचे खाली इस ज़मीन पर,👁️
खिले हुए फूलो की महकती चादर पर, 🌺
बिखेर के बैठी थी सभी ख़्वाब अपने ,🍁
खुशी से लिखना था नाम अपना सभी पर।📝
हल्के हल्के ख़्वाबों को हाथो में अपने बटोरती मै जा रही थी, 🤲
पर ऐसा लग रहा था कहीं से तूफानी लेहरो की हवाएं आ...
खिले हुए फूलो की महकती चादर पर, 🌺
बिखेर के बैठी थी सभी ख़्वाब अपने ,🍁
खुशी से लिखना था नाम अपना सभी पर।📝
हल्के हल्के ख़्वाबों को हाथो में अपने बटोरती मै जा रही थी, 🤲
पर ऐसा लग रहा था कहीं से तूफानी लेहरो की हवाएं आ...