...

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Aadat
एक मुर्गा काटने वाला आदमी (कसाई) रात दिन ऐसी जगह सोता था जहा बहुत दुर्गन्ध आती थी ,उसको ऐसी ही जगह ही आदत थी
और उसको ऐसी जगह नींद भी आ जाती थी ।
वो कुछ दिन के लिए उसके दोस्त के गांव गया ,जो एक फूल का व्यापारी था वो रात में फूलों के साथ सोता था,जहा सुगंध ही सुगंध आती थी ।
जब वो कसाई उसके दोस्त के पास गया और रात को उसके साथ सोया तो वो रात भर बैचेनी से सो नहीं पाया ....
उसके दोस्त ने उससे पूछा क्यों भाई क्या हुआ यहा तो रात भर सुगंध आती रहती है ,तुम इतने अच्छे वातावरण में सो क्यों नही पाए ?
वो कसाई ने उत्तर दिया में रोज दुर्गन्ध वाली जगह ही सोता हूं इसलिए ये जगह सो नहीं पाया क्योंकि मुझे उसी की आदत पढ गई है ये जगह मेरे लिए किसी अभिशाप से कम नहीं ...
ऐसे ही मानव का मस्तिष्क होता है
जो लोगो को लड़ाई करना ,क्लेश की आदत पढ जाती है ना ..उनको शांत और अच्छी जगह भाती नही है वो वहा भी अशांति फेलाने की कोशिश करते है ...
क्योंकि ऐसे लोगो को सुकून अशांति फेलाने में ही होता है ,और जिन लोगो को शांति की आदत होती है ना उनको अशांत जगह बैचेनी होने लगती है ...