सुहानी का सफ़र
"फिर से वही सपना " सुहानी की अचानक आंख खुली , सुहानी को एक सपना रोज परेशान करता था उस शख्स का सपना जिसे न वो जानती थी ना ही उसका कभी नाम सुना था । सुहानी बहुत ही शरीफ किसी से भी ज्यादा बात ना करने वाली शांत लडकी थी।
एक दिन सुहानी की मुलाकात एक लड़के से हुई ,सुहानी उसे नहीं जानती थी वह उससे पहली दफा मिली थी ,सुहानी उससे उसका नाम पूछती है।" राज " वह लड़का कहता है सुहानी उसका नाम सुनकर चौंक जाती है , और कहती है "राज यह तो वही नाम है जो हर रोज मेरे सपने में आता है " कुछ कहा तुमने "राज कहता है।
नहीं तो "सुहानी ने कहा" इसपर...
एक दिन सुहानी की मुलाकात एक लड़के से हुई ,सुहानी उसे नहीं जानती थी वह उससे पहली दफा मिली थी ,सुहानी उससे उसका नाम पूछती है।" राज " वह लड़का कहता है सुहानी उसका नाम सुनकर चौंक जाती है , और कहती है "राज यह तो वही नाम है जो हर रोज मेरे सपने में आता है " कुछ कहा तुमने "राज कहता है।
नहीं तो "सुहानी ने कहा" इसपर...