दोस्ती
लड़के और लड़कियों की दोस्ती थोड़ी सी अलग होती है
जैसे अगर दो लड़के दोस्त है तो वह दोस्ती नहीं भाई भी है उन्हें हर एक सीक्रेट्स मालूम है उनका क्या हुआ हर एक कांड उन्हें मालूम है वह जब चाहे तब एक दूसरे का पोल खोल सकता है लेकिन फिर दोस्ती है ना भाईचारा है ना जो चाह के भी दूसरे का पोल खोलने नहीं देता।
अब मैं खुद का ही एक कहानी बताता हूं मैं और मेरा दोस्त जो हर वक्त साथ रहे हैं हर कांड को साथ में किया है चाहे किसी लड़की पर टिप्पणी करना हो या फिर मेरे मित्र को कोई लड़की खूबसूरत लग गई हो और वह उसको दिल दे बैठा हो
अब सवाल यह है कि मैं यह बात सिर्फ अपने दोस्त के लिए क्यों कहा हूं कि उसे कोई लड़की खूबसूरत लगा हो ऐसा भी हो सकता है मुझे भी तो लग सकता है हां जरूर मुझे भी लगता है पर क्या है ना कि किसी लड़की को इंप्रेस करना शायद उसे आसान यूपीएससी क्लियर...