शिवांगी की कहानी (भाग_1)
14 साल की शिवांगी जिसकी 10वी की अर्धवार्षिक परीक्षा चल रही, आज उसकी अंग्रेजी की परीक्षा है, पर परीक्षा एक घंटे के अंदर खतम कर वो आज नानी के घर के लिए अपनी बहन के साथ चली गई, शिवांगी कम उम्र की साहसी और समझदार लड़की है, और उसे पढ़ाई में आनाकानी करना पसंद नहीं, आज भी उसका परीक्षा छोड़ने का बिलकुल मन नहीं था, पर चूंकि मामा की लड़की की शादी होने वाली है मम्मी नाना के घर जाने बोली, शिवांगी ने मना कर दिया उसे परीक्षा देना था, वो बोली मम्मी आप अभी चले जाओ मैं शादी के दिन आ जाऊंगी, और इसीलिए आज जल्दी _जल्दी में परीक्षा ठीक से दिए बिना वो अपने बहन के साथ निकल गई।
नाना का घर सड़क से काफी दूर पड़ता था, शिवांगी को रास्ते की समझ न थी, बस जहां उतरना था उससे पहले रुक गई,
शिवांगी अपनी छोटी बहन के साथ अंदाजे लगाती नाना के घर की ओर चल पड़ी,
खेत, मेढ़, क्यारी तो कहीं नहर, और कहीं दलदली सी जमीन, तो कहीं छोटे_ छोटे पहाड़, अब शिवांगी समझ गई की वो...
नाना का घर सड़क से काफी दूर पड़ता था, शिवांगी को रास्ते की समझ न थी, बस जहां उतरना था उससे पहले रुक गई,
शिवांगी अपनी छोटी बहन के साथ अंदाजे लगाती नाना के घर की ओर चल पड़ी,
खेत, मेढ़, क्यारी तो कहीं नहर, और कहीं दलदली सी जमीन, तो कहीं छोटे_ छोटे पहाड़, अब शिवांगी समझ गई की वो...