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जितना प्यार दिया उसने मुझे दिखावे के लिए ही लेकिन सिद्दत से दिया है,
कुछ लम्हें ही सही लेकिन खुल के मेरे साथ कदम से कदम मिलाकर जिया है
उसे बेवफा मत कहो यारों वो आईना है इस ज़ख्म-ए-सागर की
जिसपे ग़ुरूर था खुद से ज्यादा कभी उसी ने मुझे मौत के हवाले किया है...."
#lonely_Sagar
#_Sagar_the_shayar
#Sagar_the_king_of_words
#_Sagarsirbettiah
#_Sagar_name_is_Brand
#_अधूरे_अल्फाज़ो_के_शहंशाह__सागर_राज_गुप्ता
#_लफ़्ज़ों_के_बादशाह__सागर_राज_गुप्ता