8 Reads
आज एक सुबह फिर हुई है
आज ज़िंदगी ने एक बार फिर आँखें अलसाइ सी खोली है
ओस की बूँदें पत्तों पर घासों पर गिरी हुईं हैं
सूरज की मद्धम किरणों की रोशनी में
वो मोती से चमक रहे हैं
पंछीयों की कू कू मन को मोह रहे हैं
सब कुछ रोज की तरह ही हो रहा है
पर बदले मन के एहसास के साथ
आज का दिन कुछ अलग सा प्रतीत हो रहा है
मन में थोड़ी खुशी थोड़े उमंग सा महसूस हो रहा है
ज़िंदगी आज मानो जैसे फिर मुझ पर मुस्कुरा रही है
और ये प्रकृति मुस्कुराते हुए जैसे उसका साथ दे रही हो..
#love #lovequotes
#life #happiness
#poetry #shayri
#atulpenned #jazbaat_e_dil
Related Quotes
7 Likes
0
Comments
7 Likes
0
Comments