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बड़ा नाज़ुक है दिल हमारा, इसे ज़ाया न कीजिए।
आपकी यादों में बंधा हूँ, यूं तरसाया न कीजिए।
ख़्वाबों के महल में बसा हूँ, आप ही की बाहों में।
रातों की तन्हाई को यूं बेवजह बढाया न कीजिए।
चांदनी रात की तरह चमकती हैं आप मेरी निगाहों में।
आपकी हंसी के बिना ये दिल, यूं तन्हा न कीजिए।
पलकों की छांव में हैं आपके नाम के अरमान।
मोहब्बत को खामोशियों में, यूं सुलगाया न कीजिए।
बेवफाई का कोई सिलसिला हो तो बता देना मुझे।
वरना इस दिल को आपसे, यूं दूर न किया कीजिए।
इश्क़ की राहों में बस जीत की तमन्ना करता हूँ।
मेरे दिल के जज़्बातों को, यूं रुसवा न कीजिए।
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