...

13 Reads

पग- पग तल की रेत नम,
ह्रदय तल में अतिरेक गम;
बोझिल पलकें नयन नम,
टूट गये सभी वादे कसम।

बरसाए हों बादल ने गम,
पिघला हो अग्नि में गगन;
पल पल तपता हुआ तन,
मौन निमंत्रण माया मन।