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कई बार जब हम किसी से कुछ बात चित कर रहे हो, या कोई समस्या हो, किसी को आपकी कोई बात पसंद न हो या कभी आपको उनकी कोई बात अच्छी ना लगे, तो विरोध, प्रश्न, या debate हो जाती हैं। जिससे समस्या और बिगड़ सकती है, जगड़ा हो सकता है। जिससे आपके रिश्ते बिगड़ सकते है। तो आपको सोच समझकर यह निर्णय लेना है, की आपको कब और कितना सहन करने की आवश्यकता है। परखना है, की आपने कितनी सहन शक्ति है, और यदि काम है तो कितनी बढ़ाने की आवश्यकता है। क्योंकि सहन शक्ति बहुत काम आती है। कई परिस्थियों का सामना करना आसान हो जाता है। यदि आपका सहन करने का अभ्यास होगा तो।