4 Reads
हम guest house को
विश्राम घर को
अपना घर समझ बैठे।
किसी के अतिथि सत्कार को
आप अपनापन समझ बैठे।
समझने में भूल आपकी हुई,
भूल और किसी की ना थी।
12.26am
19.8.2024
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हम guest house को
विश्राम घर को
अपना घर समझ बैठे।
किसी के अतिथि सत्कार को
आप अपनापन समझ बैठे।
समझने में भूल आपकी हुई,
भूल और किसी की ना थी।
12.26am
19.8.2024