16 Reads
2122/ 1212/ 22
ठंडी मुस्कान खिल रही होगी
आग जोरों से जल रही होगी
मोमबत्ती में धूप है ज्यादा
याद कुछ मेरी जल रही होगी
यूं खबर अब नहीं है उसकी पर
इस धुएं में पिघल रही होगी
तड़पा के जो गई है दिल मेरा
इश्क की वो गजल रही होगी