3 Reads
रस्म-ए-हिज्र के वक़्त
इक आँसू न गिरा उसका..
ज़रूर कोई हमदर्द है उसका
जो उसे रोने नहीं देता..
(रस्म-ए-हिज्र: Custom of Separation From Loved One)
© Gaurav Udawat
3 Reads
रस्म-ए-हिज्र के वक़्त
इक आँसू न गिरा उसका..
ज़रूर कोई हमदर्द है उसका
जो उसे रोने नहीं देता..
(रस्म-ए-हिज्र: Custom of Separation From Loved One)
© Gaurav Udawat