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बह्र : २२१ १२२२ २२१ १२२२ 🌹✍️

बिल्कुल आमद का शेर है 🙏✍️😇🌹

आज बैठा हुआ सोच रहा था, एक हफ़्ता हो गया, कुछ बन ही नहीं पा रहा🙁
बस तब ही ये ख़याल उठा और हो गया🙏🌸
आप सबकी शुभकानाओं से इसको ग़ज़ल बना कर दो तीन दिन में डालता हूँ😊✍️🌹