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बह्र : २१२२ १२१२ २२/११२ 🌹✍️
एक नोटिस मिला जो ई डी का
देखो सबको जुलाब हो गए हैं 😃
*ज़र्रा : कण, छोटा सा अंश
*आफ़ताब : सूरज, प्रकाश
*तासीर : प्रभाव, असर, गुण, योग्यता
*आब : पानी
*लज़्ज़त : स्वाद, मज़ा, सुख
*अज़ाब : दुख, यातना, पाप की सज़ा
*सराब : वह रेत जो गर्मियों में दूर से पानी की तरह चमकता है, मृगतृष्णा, भ्रम, मिराज, मरीचिका
*जुलाब : दस्त
*शोअरा : शायर का बहुवचन
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