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हे दुस्ट अपाघाती हो कैसे निर्दय तुम,
उस मासूम कोमल कन्या को कैसे निचोड़ के छोड़ा था,
36 घंटो काम करा के कैसे उसको तोड़ा था,
उस बेबस लाचार हृदय को तुमने,
फिर एक बार झंझोरा था,
जो तुम जैसे की जन्मदात्री है,
उड़को तुमने तोड़ा था,
जांघो पे संग हाथो पे फिर गले को तुमने मरोड़ा था,
एक माँ की करुणा बिलख् उठी,
पापा का भरोसा तोड़ा था,
उन पापियो का कुछ ना हुआ,
बस पोलिस सी बी आई पे सब छोड़ा था,
तुम मरोगे वैसे ही जैसे उसे निचोड़ा था,
फ़ासी के तख्त पे जाओगे हैवानो तुम,
ये कैसा उस बेबस को मरोड़ा था,
तुम भी उससे बत्तर तड़पोगे जैसे उसे छोड़ा था,
हे दुस्ट अपाघाती हो कैसे निर्दय तुम,
उस मासूम कोमल कन्या को कैसे निचोड़ के छोड़ा था ।
आप सभी से निवेदन है उस बहन की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करे और उन हैवानो को सज़ा दिलाने मे मदद करे ।
कुछ गलत लिखा हो तो छमा प्रार्थी हूँ 🙏😢😢🙏