...

9 Reads

बेशक .......
है तू भौंरा आवारा ,मैं हूँ तेरी कोमल फूल प्रिये
है तू मस्त परवाना ,मैं हूँ तेरी रोशन शमां प्रिये

है तू चितचोर दिलो का, मैं हूँ तेरी कोतवाल प्रिये
है तू कैक्टस के फूल सा , मैं प्रयागराज की संगम प्रिये

है तू आवारा उड़ता बादल, मैं उसमे समाहित बूंद प्रिये
है तू दिनकर की तपती धूप, मैं उसमे विटामिन डी प्रिये

है तू प्रचंड आँधी सा तेज़ बहुत, मैं हूँ तेरी सुकून प्रिये
है तू प्यासी धरती सा, मैं ही हूँ तेरी अमृत जल प्रिये

तू है संगीत के सुरों का सरगम,मैं हूँ तेरी प्रेम राग प्रिये
तू है कहानियों का लेखक, मैं हूँ तेरी कविता अंत प्रिये

तू है लफ्ज़ का शब्दकोश , मैं हूँ तेरी मीठी जुबान प्रिये
तू है भावुक कविता के जैसा, मैं हूँ तेरा सच्चा अर्थ प्रिये

तू है मिज़ाज कस्तूरी सा ,मैं हूँ तेरी भीनी ख़ुशबू प्रिये
तू है भरता उड़ानें बेफ़िक्र सी, मैं हूँ तेरी जादुई रूख़ प्रिये

तू है जलता अंगार तपता, मैं हूँ तेरी ठंडी छांव प्रिये
तू है गोपीकाओं का कान्हा, मैं हूँ तेरी प्यारी चाह प्रिये