...

17 Reads



शायद,
कल अगर मेरी
मृत्यु की खबर आ जाए,
तो मैं और आप
देख पायेंगे एक नया तमाशा!

शायद,
सबसे तेज धार आंसुओं की
बहेगी उन आंखों से,
जिन आंखों का पानी
आज मर चुका है।

और,
एक अंतहीन चुप्पी होगी
उन होठों पर,
जो दिन रात, मेरे साथ
नफरत करते नहीं थकते।

कुछ दिलों में अफसोस होगा,
कुछ में शायद सुकून भी होगा

स्वर्गीय की भीड़ में गुमनाम,
एक नाम और लिख लिया जाएगा,
😊

शायद,
पुराने किस्सों की तह खोलकर
यादों की पोटली से
मेरे साथ गुजरे लम्हों को
हाथों में लेकर
उनमें मेरा अक्स देखने की
अधूरी कोशिशें होंगी...

शायद,
कोई भीगी आंखों से भी मुस्कुरा देगा,
मेरी कुछ पुरानी शैतानियों पर,
और इस तरह,
उन नादानियों का उद्देश्य पूरा होगा।

शायद,
कुछ लोग मेरी मृत्यु पर स्तब्ध होंगे
क्योकि,
वे खो चुके होंगे अवसर,

मुझे अंधकार में धकेलने का,
और
मृत्यु का अंधकार
उनके दिए हर अंधकार को 'हर' चुका होगा।

और...

मैं,
अपनी छलनी पीठ,
लहु सिंचित पैर,
पथरीली आंखों के साथ
यह सब देखूंगा।

अब मुझे देखना है,
कि कैसे 'आत्मा' के शरीर से छूटते ही
वह सर्वप्रिय, सर्वश्रेष्ठ,
और सर्वोच्च हो जाती है......

अलौकिक दृश्य
अनोखा अहसास 🙏🏻
29-3-2024