17 Reads
डाली पर एक नन्ही कली,
भोर किरण से गले मिली;
पलकें उठा खिली खिली,
नयन लागी मनोहर भली।
सुगंध से सुवासित- तृण,
सुमन सौगंध सुगंध- मन;
सुमन स्पर्श मृदुल स्पंदन,
ह्रदय से खुशी अभिनंदन।
17 Reads
डाली पर एक नन्ही कली,
भोर किरण से गले मिली;
पलकें उठा खिली खिली,
नयन लागी मनोहर भली।
सुगंध से सुवासित- तृण,
सुमन सौगंध सुगंध- मन;
सुमन स्पर्श मृदुल स्पंदन,
ह्रदय से खुशी अभिनंदन।