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चलो आज मोहब्बत सरे आम हो जाए
और फिर से हम बदनाम हो जाए ।
अगर प्यार के लिए इजहार हो मुमकिन
ये छोटी सी नादानी करके भी तुम्हारे हो जाए।
हजारो गिला, गुफ़्तगू करने को है आतुर
किसी रोज गुजारी फिर वही शाम हो जाए।
तेरी यादो के सहारे ही जीए हे अब तक
साथ भीगने का है मन और बरसात हो जाए।
तमन्ना हे साथ जीने कि ओर मरने की
बस किसी फुर्सत मे फिर से इकरार हो जाए ।
तेरी खुबसुरती का इल्म बन्ना को न रहा कभी
तेरी नादानी को देखकर फिर तेरे आशिक हो जाए।
#Bannasa008
#WritcoQuote