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बह्र : २१२ १२१२ १२१२ १२१२🌹✍️
*इल्म : जानकारी *दयार : दुनिया, जहान, घर, देश
माँ के हाथ के बने परांठे लाजवाब थे
गर्म गर्म खा गया, अचार बाकी रह गया
(😃🙏मन मे बार बार आ रहा था, सोचा लिख ही दूँ😊✍️)
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