...

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जिस्म में रुह का बसेरा,
बस अब कुछ दिनों का है-
तेरी यादों से शुरू मेरा सबेरा,
बस अब कुछ दिनों का है-
तेरी जन्नत-ए-जहाँ आबाद रहे_
तू मोहब्बत में माला-माल,
और हम ता-उम्र बरबाद रहे_
मेरी सांसों में, तेरे एहसासों का डेरा,
बस अब कुछ दिनों का है-

-Aankhiya
#Love&love #Shayari