7 Reads
" हम क्यों जुदा हो रहे हैं ऐसे में ,
अभी इतनी ताल्लुकात भी नहीं बिगरी ,
मर जाऊंगा बिछड़ गये जो तुम ,
मुझे अब किसी और को इतनी तर्जी नहीं देनी ."
--- रबिन्द्र राम
#जुदा #ताल्लुकात #बिछड़ #तर्जी
Related Quotes