...

2 Reads

और उन्हें मैं ना सुनूँगी तो और कौन सुनेगा..!🙂

कभी कभी आपको समझाना नहीं होता किसी को,
महज़ सुनना होता हैं 🙂...
sometimes you can payback just by listening...
जीवन में कई जगह जहां समाधान आपके हाथ में नहीं होता..
आप महज़ सुनकर ही चीज़ों को ज़रा सहज कर सकते हों।

मैं जानती हूँ श्रोता होना सहज काम नहीं हैं,
ख़ास उन बातों को सुनना जिनसे आपका कोई लेना देना नहीं हैं..
एक दृष्टि से महज़ बकवास..
मग़र कभी कभी बकवास को सुनना ही आपकी ज़िम्मेदारी होती हैं। 🙂।
जो मन को भाए वह काम तो हर व्यक्ति करता हैं..
किंतु कई बार हमें क्या भाता हैं क्या नहीं..उससे उपर उस छन में अपने कर्तव्य को रखना होता हैं।
8.04pm
24.7.2024
#diary