...

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'प्रेम और पहला स्पर्श मां,
अपनत्व और मातृत्व की मूरत मां।'
😇
मां जी, नारी की पहली भूमिका
समाज के लिए प्रथम योगदान,
नारी समाज की है निर्माता
नारी ही तो जग की भाग्यविधाता।

नर क्या नारायण भी तरसते है माता की छांव पाने को
नर रूप में नारायण भी है जन्म लेते
सिर्फ मां की ममता और वात्सल्य पाने को।

जननी है जन्मदाता
पृथ्वी पर जन्म से पहले का नाता।

मेरी ओर सभी नारियों को मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आप के होने से ही मानव जन्मा है और उसी मानव ने समाज का निर्माण किया।