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एक उम्र लगी सिर्फ़ एक बात समझते,
बात के हर अक्षर में सैंकड़ों किस्से थे,
हर किस्से के हजारों भाव हिस्से थे,
हर भाव में लाखों अद्भुत लम्हे थे,
हर एक लम्हे में दोनों ने संग युग जिए थे,
हर लम्हे के स्मृति में अनंत मधुर दृश्य थे,
हर लम्हे में एक दृश्यम दूजा अदृश्यम था,
एक उम्र लगी एक बात समझते- समझते।