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"हो सके तो थोड़ा प्यार मेरे नाम कर देना,
इस टूटे दिल को किसी ख्वाब का पैगाम कर देना।
हर आह को मैंने दबी जुबां से सह लिया,
हो सके तो मेरे जख्मों को गुलों से आराम कर देना।

शिकायत नहीं है मगर तड़प बाकी है,
हो सके तो इस रूह को कोई पैग़ाम कर देना।
खामोशियों में लिपटी है मेरी हर सदा,
हो सके तो इसे भी इश्क़ का सलाम कर देना।

जो ख्वाब अधूरे हैं वो तकदीर से कह दो,
हो सके तो उन्हें भी किसी शाम कर देना।
तेरा होना ही बस काफी है इस सफर में,
हो सके तो मेरी मंज़िल को तेरा नाम कर देना।"

#shivwriter #syogi7711