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#सपने_वास्तविकता
सपने आसमान की ऊंचाइयों को छूते हैं, लेकिन हकीकत की जमीं पर कदम रखते ही कदम ठिठक जाते हैं। मन में उड़ान होती है, पर जीवन की जंजीरों में बंधे होते हैं। सपने जितने सुंदर होते हैं, वास्तविकता उतनी ही कठोर। यही संघर्ष है, सपनों और हकीकत के बीच।
©2005 self created by Rajeev Sharma