दृष्टीकोन
सृष्टि का भी खेल देखो,
दृष्टी पर भले धुवा हो,
चष्मे पहने तो वो भी
खुल जाएगी तरीके से....|
पर दृष्टिकोन पर...
दृष्टी पर भले धुवा हो,
चष्मे पहने तो वो भी
खुल जाएगी तरीके से....|
पर दृष्टिकोन पर...