...

11 views

विदाई
बेटी***
कैसे छोड़ इस घर को उस घर में जाऊंगी
आप सभी को छोड़कर उस घर में कैसे रह पाऊंगी
माँ***
सुनकर बेटी की बात मां बोली बेटी धन पराई है
इसलिए लोगों ने ऐसी रीत बनाई है
आज नहीं तो कल बेटी की ससुराल घर विदाई है
सिर्फ तुम्हारी ही नहीं हर बेटी की यही कहानी है
बड़े होते ही उसकी मां-बाप के घर से विदाई है
पिता***
जैसे सभाला इस घर को उस घर को भी संभाले
रखना है
अगर कह दे कोई कुछ भी हंस के दरकिनार कर
देना है
तुम धीरे-धीरे उनके साथ ऐसे घुल मिल
जाओगी
इस घर के लिए पराई उस घर के लिए अपनी
बन जाओगी
फिर धीरे धीरे इस घर की याद भूल जाओगी
© Mamta