ब्याह कि ख़बर पार्ट -11
जब तुम्हारी शादी कि तारीख रखीं गई थी
मुझ पर कैसी-कैसी आफते आईं थीं,
खुशियों कि लहर गूंजेगी आंगन में तुम्हारे
मेरे दिल के घर में मातम सा छाएगा,
शुरू हो जाएंगे रस्मों रिवाज तुम्हारे
इधर...
मुझ पर कैसी-कैसी आफते आईं थीं,
खुशियों कि लहर गूंजेगी आंगन में तुम्हारे
मेरे दिल के घर में मातम सा छाएगा,
शुरू हो जाएंगे रस्मों रिवाज तुम्हारे
इधर...