तक रही हु राह...
तकती हु राह मैं अपने सूरज की,,,
अपनी रोशनी में वो मेरा सवेरा लाएगा...
टूटे थे जो सपने नींद में,,,
आंख खुलते ही सच उन्हें बनाएगा...
राजा मेरा रहता है अंधेरों में,,,...
अपनी रोशनी में वो मेरा सवेरा लाएगा...
टूटे थे जो सपने नींद में,,,
आंख खुलते ही सच उन्हें बनाएगा...
राजा मेरा रहता है अंधेरों में,,,...