समय
हर चीज से मोह भंग होता है
हर समय का अंत होता है
जिससे ज्यादा जमती है
उसी से जल्दी बिगाड़ होता है
सबको सब है पता
समय नहीं है किसी का
तब भी सब लेते हैं मजा जिंदगी का
ऐसे लोगों को देखा है
कसमे वादे खाते हैं
साथ में जीने मरने की
समय ने उनको मारा ऐसा
डरने लगे हैं साथ में चलने से
समय की कठपुतली हम सब
तब भी भरते हैं हम अपने होने का दम
हम नहीं नचाते समय को अपने ढंग
समय नचाए हमको अपने संग
— अंकिता द्विवेदी त्रिपाठी —
© Anki
हर समय का अंत होता है
जिससे ज्यादा जमती है
उसी से जल्दी बिगाड़ होता है
सबको सब है पता
समय नहीं है किसी का
तब भी सब लेते हैं मजा जिंदगी का
ऐसे लोगों को देखा है
कसमे वादे खाते हैं
साथ में जीने मरने की
समय ने उनको मारा ऐसा
डरने लगे हैं साथ में चलने से
समय की कठपुतली हम सब
तब भी भरते हैं हम अपने होने का दम
हम नहीं नचाते समय को अपने ढंग
समय नचाए हमको अपने संग
— अंकिता द्विवेदी त्रिपाठी —
© Anki