...

8 views

सीखा
कुछ सीखा कुछ समझाया
जिंदगी ने हमे जिंदगीभर रुलाया ।

जब उड़ने की कोशिश की हमने आसमान में ,
तो पंख कांटने वाला फिर कोई अपना आया ।

कुछ सीखा कुछ समझाया

परीक्षा के नाम पर ईश्वर ने ,
फिर तकलीफ़ो से सामना करवाया ।

कुछ सीखा कुछ समझाया

नीचे गिरते - गिरते फिर किसी ने ,
हाथ बढ़ाया ना जानें वो अपना था या पराया ये ही समझ नही आया ।

कुछ सीखा कुछ समझाया

दुसरो को खुशियाँ बाँटते - बाँटते ,
फिर से खुद को दर्द में पाया ।

कुछ सीखा कुछ समझाया
जिंदगी ने हमे जिंदगीभर रुलाया ।।



© AUSTERITIES ❤️