आसान नहीं..
हादसों के शहर में
बच के निकल जाना
आसान नहीं है
बुलंदियों के शिखर तक
ख्वाहिशों का जहाज़ उड़ाना
आसान नहीं है
यूँ तो अज़ीज़ हुए अपने कितने
दिए ज़ख्मों का भर जाना
आसान नहीं है
दुखते हुए दिल से
आँखों का नम हो जाना
आसान नहीं है
यूँ तो शहर हैं बहुत
कोई एक ठिकाना बताना
आसान नहीं है
नसीब ए चराग़ जले मुंडेरों पर
हवाओं के रुख से डर जाना
आसान नहीं है
कोई आए न आए
वफ़ा को आजमाना
आसान नहीं है
बर्बादी पर अपने ही
मुस्कुराते चले जाना
आसान नहीं है..!!
© bindu
बच के निकल जाना
आसान नहीं है
बुलंदियों के शिखर तक
ख्वाहिशों का जहाज़ उड़ाना
आसान नहीं है
यूँ तो अज़ीज़ हुए अपने कितने
दिए ज़ख्मों का भर जाना
आसान नहीं है
दुखते हुए दिल से
आँखों का नम हो जाना
आसान नहीं है
यूँ तो शहर हैं बहुत
कोई एक ठिकाना बताना
आसान नहीं है
नसीब ए चराग़ जले मुंडेरों पर
हवाओं के रुख से डर जाना
आसान नहीं है
कोई आए न आए
वफ़ा को आजमाना
आसान नहीं है
बर्बादी पर अपने ही
मुस्कुराते चले जाना
आसान नहीं है..!!
© bindu