एक ख्वाब
सजाए रखा हुआ है
कब से आंखों में एक ख्वाब में
कि जब मिल जाओगे तुम
मुझे तुमसे कहूंगा मैं इत्मीनान से
दिल का हाल बयां होता नहीं है
आज कल जज्बातों से
लफ्ज़ भी कम पड़ जाते हैं
कभी कभी सामने वाले को
समझाते समझाते .. --
© हिमांशु ...💙
कब से आंखों में एक ख्वाब में
कि जब मिल जाओगे तुम
मुझे तुमसे कहूंगा मैं इत्मीनान से
दिल का हाल बयां होता नहीं है
आज कल जज्बातों से
लफ्ज़ भी कम पड़ जाते हैं
कभी कभी सामने वाले को
समझाते समझाते .. --
© हिमांशु ...💙
Related Stories