...

16 views

Soldier Saurabh
है दिल कचोट से भरा हुआ
जो ज़ख्म है फिर से हरा हुआ
कब तक यूँ लड़ेंगे खुद में ही
क्यों घर में दुश्मन खड़ा हुआ
वीरों को हम यूँ क्यों खोएं
कुछ सियासती फ़र्जी रोएं
अब हल निकले, कोहराम मचे
जड़ से हो ख़तम जो ज़हर...