...

22 views

फिर भी किसी किसी दिन 🙃💕💕
यूं तो होती ही है
अक्सर तुमसे बातें 🙂
कभी थोड़ी ज्यादा
तो कभी थोड़ी कम 🙃❣️
फिर भी किसी किसी दिन
बेहद याद आते हो तुम 💕

यूं तो तुम्हारी टांग खींचना 😃
तुम्हें पागलों जैसी बातें
कर कर के चिढ़ाना 🙂

वक्त बेवक्त तुम्हारा दिमाग खाना 😃
होता तो है लगभग हर रोज 🙂
कभी थोडा ज्यादा तो कभी थोड़ा कम🙃❣️

फिर भी किसी किसी दिन
बेहद सताते हो तुम 🙂💕
निर्मोही से बन कर 🙇
कोई याद करता हैं तुम्हें 💕
ये भूल जाते हो तुम 🙃❣️

( इन दिनों प्यार पे लिखी जाने
वाली हर कविता की वज़ह हो तुम 💕
काश समझ सको कि किस पंक्ति
में किस जगह हो तुम 🙂❣️)


( हाँ अलग है वो, साथ नहीं रहती
पर ऐसा कोई सफर नहीं होता
जब वो साथ नहीं रहती 🙃❣️

2 पटरियों जितना करीब है
मेरे दिल से उसका दिल
बातों में वो ही रहती है मेरी
चाहे उससे बात नहीं होती 🙂💕)


( he he बहुत senti poem हो गया ना 😁😁)


© सौ₹भmathu₹