हमेशा खुश रहना तुम
मैंने कभी नहीं चाहा,
तुम्हें दर्द में देखना,
आज भी नहीं चाहती हूँ,
कभी तुमने खुद से जुदा किया था मुझे,
आज में खुद से आज़ाद करती हूँ तुम्हें,
दर्द जो तुम लौट के सह रहे हो,
वो मैंने तुम्हारे चले...
तुम्हें दर्द में देखना,
आज भी नहीं चाहती हूँ,
कभी तुमने खुद से जुदा किया था मुझे,
आज में खुद से आज़ाद करती हूँ तुम्हें,
दर्द जो तुम लौट के सह रहे हो,
वो मैंने तुम्हारे चले...