सवाल
आज मेरा दिल
मुझसे ही बगावत कर बैठा
क्यों है मुझ पर ज़माने की
लाख बंदिशें
ये सवाल कर बैठा
इस सवाल ने बड़ी सताया
आंखों ने भी नीर बहाया
ज़माने की बंदिशों
से हार जो छोड़ गए थे
कभी मेरा हाथ
आज उनकी सूरत ने
भी यादों में
बड़ी रुलाया
मुझसे ही बगावत कर बैठा
क्यों है मुझ पर ज़माने की
लाख बंदिशें
ये सवाल कर बैठा
इस सवाल ने बड़ी सताया
आंखों ने भी नीर बहाया
ज़माने की बंदिशों
से हार जो छोड़ गए थे
कभी मेरा हाथ
आज उनकी सूरत ने
भी यादों में
बड़ी रुलाया